लखनऊ केजीएमयू में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने वेतन कटौती से नाराज शुरू किया प्रदर्शन।

*”ब्रेकिंग न्यूज़”*

*”लाइव सरगर्मियां न्यूज़ दिनांक 20 दिसंबर 2023 लखनऊ”*

लखनऊ केजीएमयू में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने वेतन कटौती से नाराज शुरू किया प्रदर्शन।

वेतन कटने से नाराज कर्मचारियों ने ट्रॉमा सेंटर पर जड़ा ताला बोले छुट्टियों का पैसा भी काट लिया।

सरगर्मियां सवांददाता। लखनऊ मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है आउटसोर्सिंग कर्मचारी बायोमेट्रिक अटेंडेंस के हिसाब से मिली सैलरी की वजह से नाराज बताए जा रहे हैं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के प्रदर्शन शुरू करने से ओपीडी सेवाएं बाधित हुई है काउंटर्स को छोड़कर आउटसोर्सिंग कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं दरअसल मेडिकल कॉलेज में काम करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को इस महीने में पूरा वेतन नहीं मिला है उनको जो पैसे दिए गए हैं उसमें कटौती की गई है और यह कटौती बायोमेट्रिक अटेंडेंस के हिसाब से होना बताई जा रही है आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को 1 महीने में मिलने वाली चार छुट्टियां का पैसा भी काट लिया गया है जिससे आउटसोर्सिंग कर्मचारी नाराज हैं करीब 5000 कर्मचारियों ने काम बंद करने का फैसला लिया है और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा है कि यह आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का उत्पीड़न है बायोमेट्रिक अटेंडेंस की वजह से जो डर कर्मचारियों में पैदा हुआ था वह आज दिखाई पड़ रहा है आउटसोर्सिंग कर्मचारी के लिए राजपत्रित और साप्ताहिक अवकाश लेना काफी कठिन होता जा रहा था अवकाश लेने पर वेतन से पैसे कटने का डर हमेशा बना रहता था उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया था और उनकी मांगों को केजीएमयू प्रशासन ने मान भी लिया था लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है।

मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने बताया कि उनको जितना वेतन मिलता है उसमें जैसे तैसे काम चलता है इस बार उनके वेतन में दो से चार हजार रुपए की कटौती कर दी गई है ऐसे में उनके पास प्रदर्शन के सिवाय कोई चारा नहीं है कर्मचारियों ने सबसे पहले ओपीडी में पर्चा बनाना बंद किया इसके बाद उन्होंने ट्रामा सेन्टर पर जाकर ताला बंद कर दिया इस बीच काफी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया मरीजों को दूसरे गेट से अंदर भेजा गया लेकिन प्रदर्शन के चलते ट्रॉमा सेंटर में एंबुलेंस की लाइन लग गई इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन की भूमिका उदासीन रही है ओपीडी ठप होने से लेकर ट्रॉमा सेंटर पर ताला लगने के बावजूद मौके पर कोई भी जिम्मेदार नहीं पहुंचा इससे कर्मचारियों की नाराजगी और भी बढ़ गई उन्होंने केजीएमयू प्रशासन चोर है के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया पुलिसकर्मियों ने ही मौके पर मोर्चा संभाला इस दौरान कर्मचारियों ने ट्रॉमा सेंटर के पर्चे बनवाने बंद कर दिए ट्रॉमा सेंटर के दूसरे गेट को भी बंद करने का प्रयास किया लेकिन पुलिसकर्मियों ने ऐसा होने से रोक दिया सामान्य मरीजों को ट्रायल एरिया में रखा गया वहीं, गंभीर मरीजों को अंदर भेजा गया और कर्मचारियों के प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार की वजह से मरीजों को काफी समस्या हुई ऐसे में कई गंभीर मरीजों को उनके तीमारदार वापस लेकर भी चले गए*

*”लाइव सरगर्मियां न्यूज़ से

ब्यूरो सैफ के साथ

संवाददाता रवि उपाध्याय की रिपोर्ट।

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