डिजिटल गिरफ्तारी घोटालों से कैसे सावधान रहें।

डिजिटल गिरफ्तारी घोटालों से कैसे सावधान रहें।

सत्यापित करें आने वाली फोन अपनी व्यक्तिगत एवं बैंक की डिटेल ना साझा करें।

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के फाउंडर आशीष गुप्ता द्वारा बताया गया। 

सरगर्मियां संवाददाता सैफ खान । लखनऊ डिजिटल गिरफ्तारी घोटालों में धोखेबाज खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर यह दावा करते हैं कि यदि आप तत्काल भुगतान नहीं करते हैं तो आपको जुर्माना देना होगा या कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। यहां बताया गया है कि अपनी सुरक्षा कैसे करें:

लाल झंडों को जानें:
अनचाहे कॉल, टेक्स्ट या ईमेल में यह दावा किया जाता है कि आपकी जांच चल रही है या आपकी गिरफ़्तारी का वारंट है।
उपहार कार्ड, क्रिप्टोकरेंसी या वायर ट्रांसफ़र जैसे अपरंपरागत तरीकों के माध्यम से तत्काल भुगतान की मांग।
बात न मानने पर तुरंत गिरफ़्तारी की धमकी।

दावे सत्यापित करें:
फ़ोन रखें और सीधे आधिकारिक एजेंसी से उनकी सत्यापित संपर्क जानकारी (घोटालेबाज द्वारा प्रदान की गई नहीं) का उपयोग करके संपर्क करें। याद रखें, वैध प्राधिकारी फोन पर या अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से भुगतान की मांग नहीं करते हैं।

व्यक्तिगत जानकारी कभी साझा न करें:
फ़ोन पर सामाजिक सुरक्षा नंबर, बैंक खाते की जानकारी या पासवर्ड जैसी व्यक्तिगत जानकारी न दें।

शांत रहें:
घोटालेबाज अक्सर आपको धोखा देने के लिए डर और तात्कालिकता पर भरोसा करते हैं। कार्य करने से पहले सोचने और सत्यापित करने के लिए कुछ समय निकालें।

संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें:
अपनी स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसी को सूचित करें या संघीय व्यापार आयोग (एफटीसी) जैसे संबंधित अधिकारियों को घोटाले की रिपोर्ट करें।

खुद को और दूसरों को शिक्षित करें:
दूसरों को शिकार बनने से बचाने में मदद करने के लिए अपने नेटवर्क में ऐसे घोटालों के बारे में जागरूकता फैलाएं।

याद रखें: सरकारी एजेंसियां ​​या कानून प्रवर्तन आपको कभी भी फोन पर गिरफ्तारी की धमकी नहीं देंगे या तत्काल भुगतान का अनुरोध नहीं करेंगे। सतर्क रहें और अपनी अंतरात्मा पर भरोसा रखें!

*लखनऊ क्राइम ब्यूरो,*
*,Shaif khan sharik,*

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