आईपी सिंह उप संपादक
हरदोई में एक ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस ने मोबाइल के जरिए खुलासा किया है। दरअसल मृतक के मोबाइल को एक आरोपी यूज कर रहा था। मोबाइल सर्विलांस पर था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और उसके बाद सारी कहानी खुलकर सामने आ गई।पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने मृतक को शराब में बंटवारे के दौरान बंटवारा सही न करने की वजह से पीटकर और गला घोंटकर मार डाला था। इसके बाद उसके शव को नदी में फेंक दिया था। उसकी जेब से 520 रुपए निकालकर तीनों ने बाद में शराब पीकर दावत भी उड़ाई थी।बीती एक मार्च को पाली थाना क्षेत्र के किलकिली गांव निवासी सुमित कुमार पुत्र दिनेश कुमार सफाई का काम करने के लिए शाहाबाद क्षेत्र के सुहागपुर गया था। उसके बाद वह वापस घर नहीं आया। सुमित के परिजनों ने काफी खोजबीन की, पर कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद 7 मार्च को सुमित का शव पचदेवरा थाना क्षेत्र में उमरिया कला गांव के पास गर्रा नदी में उतराता मिला था।पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ कि सुमित कुमार की हत्या की गई थी। गले पर रस्सी के निशान मिले थे। मृतक के परिजनों की तहरीर पर पाली थाने में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस पूरे मामले में पुलिस को कहीं से कोई लीड नहीं मिल रही थी, लेकिन सुमित का जब मोबाइल किसी ने यूज करना शुरू किया तो सर्विलांस पर लगे उस मोबाइल के सहारे पुलिस ने पचदेवरा थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव निवासी बालस्टर को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।बालस्टर के पास से सुमित का मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। पुलिस टीम ने पकड़े गए बालस्टर पुत्र राधेश्याम से कड़ाई से पूछताछ की। जिसके बाद उसके सारा राज उगल दिया | वही हत्या में शामिल सर्वेश और रामवीर को भी पुलिस ने ग्राम पिपरिया से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है |