होम्योपैथी के जनक डॉ सैमुअल हैनीमैन के 269 वे जन्मदिवस के अवसर पर भव्य समारोह हुआ।
लखनऊ सवांददाता 10 अप्रैल, 2024 को होम्योपैथी के जनक डॉ सैमुअल हैनीमैन के 269 वे जन्मदिवस के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन डॉ उमंग खन्ना होम्योपैथिक क्लिनिक द्वारा विनीत खंड, गोमती नगर में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री बृजेश पाठक जी (उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश) जी ने दीप प्रज्वलन कर समारोह की विधिवत प्रारम्भ किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री अपिरमेय श्याम दास जी (स्कॉन मंदिर अध्यक्ष) साथ रहे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में रागनेस रॉक बैंड देवेन्द्र मैगी, पूनम जी, इत्यादि साथिओं ने गणेश वंदना के साथ विभिन्न लोकप्रिय बॉलीवुड गानों पर धमाकेदार प्रस्तुति से तमाम गण्य मान्य विभूतियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ उमंग खन्ना ने होम्योपैथी के इतिहास , महत्त्व , आज के वक्त की बेहतर स्वस्थ्य में चुनौतियाँ , होमियोपैथी विधा में निरंतर सुधर एवम शोध पर गहन चर्चा कर
जागरूपता प्रदान की। डॉ अली अब्बास मेहदी (एरा यूनिवर्सिटी) जी ने होम्योपैथी को हर अस्पताल में अनिवार्य करने की बात राखी। डॉ अरविन्द चतुर्वेदी (आईपीएस) जी ने, श्री श्री तुलसीदास जी महाराज, प्रो डॉ डी के सोनकर (प्राचार्य – राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज लखनऊ), डॉ यू एस पाल (मेडिकल कॉलेज), इत्यादि शहर के प्रबुद्ध एवम प्रतिष्ठित वर्ग ने कार्यक्रम में सक्रिय उपस्थिति दर्ज करते हुए अपने बहुमूल्य विचार समाज के समक्ष रखे। पार्षद श्री अनुराग मिश्रा एवम् श्री उपेन्द्र राय जी को समाजसेवा के लिये सम्मानित किया गया ।सांस्कृतिक कार्यक्रम गिन्नी सहगल जी द्वारा एवं कत्थक कलांगन ग्रुप की कृतिका वर्मा द्वारा टुकड़ा एवं तिहाई प्रस्तुत किया गया। जुबैर अंसारी ने मुशायरा कर व्यक्ति को उसके सत्य के एहसास से जोड़ दिया। इस अवसर पर गोमतीनगर कर्तव्यपथ सकिर्टी को सम्मानित किया गया। शहद की रोग
प्रतिरोधक छमता का महत्व देश में शहद के अग्रणी उत्पादक निमित्त सिंह (मधुमखीवाला ) एवम विश्वास मार्केटिंग ग्रुप के आमिर हनीफ ने विशेष प्रकार के फूलों के शहद जैसे लौंग शहद, दालचीनी शहद, इलाइची
शहद एवं हर्बल चाय इत्यादि उत्पादों के औषधियों के महत्त्व की जानकारी दी। कार्यक्रम के प्रबंधन मंडल प्रियंका खन्ना, गौरी खन्ना, स्तुति खन्ना, इत्यादि साथियों ने सफलतापूर्वक संपन्न कराया ।कार्यक्रम का उद्देश्य होम्योपैथी के प्रति जन जागरूकता पूर्ण रूप से सफल रहा।