*ब्रेकिंग न्यूज़*
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया संस्थानों पर कर्मचारी यूनियन ने लगाए गंभीर आरोप।
मीडिया संस्थानों पर दबाव बनाने को लेकर कर्मचारियों ने लिया 2024 आम चुनाव को लेकर बड़ा फैसला।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान हरदोई ने जारी किया मीडिया संस्थान एवं अखबारों के खिलाफ उप शिक्षा निदेशक हरदोई को पत्र.पत्र में 1 अक्टूबर 2023 को कर्मचारियों द्वारा रामलीला मैदानदिल्ली में भव प्रदर्शन एवं धरना को कवरेज न करने का लगाए गंभीर आरोप कहा ऐसे मीडिया संस्थान लगता है किसी राजनीतिक पार्टियों के दबाव में काम कर रहे हैं लिहाजा विभिन्न मीडिया संस्थान एवं अखबारों को बंद करने और अपने-अपने परिवारों में नहीं लेने की दरखास्त आपको बताते चले की 1 अक्टूबर 2023 को पुरानी पेंशन मांग को लेकर देशभर से शिक्षक एवं कर्मचारी गढ़ दिल्ली के रामलीला मैदान में एकत्रित हुए थे जिनकी भीड़ लगभग लाखों में दिख रही थी लेकिन देश की तमाम अखबार और मीडिया संस्थानों ने उसको उस तरह से उजागर नहीं किया जिस तरह से छोटी-छोटी बातों को लेकर मीडिया एक लंबी रिपोर्ट बनाकर तैयार करती है इसी से आहत होकर कर्मचारी संगठन एवं अधिकारगण बहुत ही निराश है जिसको लेकर उन्होंने यह फैसला लिया देखना यह होगा कि क्या इस निर्णय के बाद विभिन्न अकबरों पर क्या फर्क पड़ता है क्या लाखों कर्मचारी अखबार का ही बहिष्कार करेंगे या उन पर दबाव बनाने वाली पार्टी को भी आने वाले लोकसभा के इलेक्शन में सबक सिखाएंगे एक जानकारी के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि कर्मचारियों ने 2024 के लिए एक अजीब स मन बनाया हुआ है जो सही समय पर वोट के रूप में इस्तेमाल करेंगे।
ब्यूरो लखनऊ।
सैफ खान शरीक।