*”ब्रेकिंग न्यूज़”*
*”लाइव सरगर्मियां न्यूज़ दिनांक 5 मार्च 2024 लखनऊ”*
लखनऊ के लोहिया संस्थान की इमरजेंसी और ट्रॉमा में बढ़ाए जाएंगे बेड और इमरजेंसी में 2 घंटे से ज्यादा नहीं रहेंगे मरीज।
राजधानी लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की इमरजेंसी और ट्रॉमा का विस्तार किया जाएगा जिससे मरीजों को आसानी से इलाज मिल सके नवनियुक्त निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने कुछ माह में इमरजेंसी, ट्रॉमा के साथ ही दूसरे विभागों में बेड व संसाधन बढ़ाने का दावा किया साथ ही कहा कि शोध की दिशा में अधिक काम करने के लिए युवा डॉक्टरों को आगे आने का मौका दिया जाएगा लोहिया संस्थान के निदेशक बने डॉ. सीएम सिंह ने प्रशासनिक भवन के सभागार में पत्रकारों के साथ वार्ता की इस मौके पर सीएमएस डॉ. एके सिंह, डीन डॉ. प्रद्युम्न सिंह, एमएस डॉ. विक्रम सिंह, प्रवक्ता डॉ. एपी जैन भी रहे निदेशक ने बताया कि इमरजेंसी की बिल्डिंग छोटी है ऐसे में इमरजेंसी में बेड बढ़ाने के लिए दूसरे एरिया को भी कवर किया जाएगा जिससे इमरजेंसी का विस्तार हो सके मरीजों को बिना इलाज के लौटना न पड़े।
डॉ. सीएम सिंह ने यह माना कि इमरजेंसी में भर्ती होने से लेकर वार्ड तक शिफ्ट होने में मरीज को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं इमरजेंसी से दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने में भी आठ से 10 घंटे लग जा रहे हैं जो दो से तीन घंटा होना चाहिए इमरजेंसी में 30 बेड आईसीयू, 25 बेड ट्रॉयज एरिया समेत 107 बेड पर मरीजों को इलाज दिया जा रहा है लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. सिंह ने कहा कि संस्थान में हेड इंजरी समेत न्यूरो के मरीज अधिक संख्या में दूसरे राज्यों तक से आते हैं इसके लिए न्यूरो साइंस विभाग में करीब 300 बेड बढ़ाए जाएंगे तीन माह में इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा इसके अलावा अभी गेस्ट्रो, न्यूरो, नेफ्रो, कार्डियो, यूरो समेत कई विभागों में 24 से 40 तक बेड हैं इन सभी विभागों में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड बढ़ाए जाएंगे और
ओपीडी सिस्टम सुधरेगा निदेशक ने दावा किया है कि पंजीकरण से लेकर ओपीडी में मरीजों की अधिक भीड़ को कम करने के लिए ओपीडी सिस्टम में सुधार किया जाएगा जिस विभाग में 50 या नियत संख्या में मरीज अभी देखे जा रहे हैं वहां के डॉक्टरों से बात करके मरीजों को देखने की संख्या में इजाफा करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी ओपीडी में लगे पंजीकरण से लेकर फीस जमा करने वाले कंप्यूटर सिस्टम को सुधारा जाएगा लोहिया अस्पताल के सीएमएस डॉ. सिंह ने कहा कि संस्थान में शोध को बढ़ावा दिया जाएगा इसके लिए युवा डॉक्टरों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा शोध में उनकी मदद की जाएगी अस्पताल के इमरजेंसी, वार्ड और ओपीडी से लेकर पूरे संस्थान में मरीजों या तीमारदारों से डॉक्टर, स्टाफ को नम्र व्यवहार करना होगा*
*”लाइव सरगर्मियां न्यूज़ से संवाददाता रवि उपाध्याय की रिपोर्ट”*